आगरा, नवम्बर 1 -- भारतीय रेल द्वारा स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई महत्वाकांक्षी योजना 'एक स्टेशन एक उत्पाद' का उद्देश्य हर स्टेशन पर वहां का विशिष्ट पारंपरिक उत्पाद यात्रियों तक पहुंचाना है। मगर कासगंज रेलवे जंक्शन पर यह योजना अपने मूल उद्देश्य से भटकती नज़र आ रही है। स्टेशन परिसर में स्थापित 'एक स्टेशन एक उत्पाद' स्टॉल पर इन दिनों केले और पेठा बेचे जा रहे हैं। जबकि योजना के अनुसार यहां जिले की पारंपरिक कला, हस्तशिल्प या स्थानीय रूप से प्रसिद्ध उत्पादों को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। कासगंज जिला सोन पापड़ी, जरी-जरदोजी उत्पादन के लिए जाना जाता है, साथ ही यहां के कारीगर मिट्टी, कांच व लकड़ी के खिलौने और ग्रामीण हस्तशिल्प भी बनाते हैं। ऐसे में इन स्थानीय उत्पादों की जगह सामान्य पेठा और केला बिकना योजना की भावना के विपरीत है। स...