नई दिल्ली, फरवरी 25 -- वाराणसी में चार दशक से भी पुरानी परंपरा टूटने की नौबत अब खत्म हो गई है। महाशिवरात्रि पर निकलने वाली शिव बारात अपने परंपरा के अनुसार ही परंपरागत मार्ग से ही निकलेगी। वाराणसी के विधायक और प्रदेश के स्टांप मंत्री रवींद्र जायसवाल से शिव बारात आयोजक मंडल और अधिकारियों से बातचीत के बाद यह फैसला हुआ है। इससे पहले महाकुंभ की भीड़ को देखते हुए प्रशासन के अनुरोध पर बारात को महाशिवरात्रि की जगह अगले दिन निकालने का फैसला किया गया था। इसका तीव्र विरोध देखने को मिला था। वाराणसी के ही रहने वाले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने महाशिवरात्रि पर बाबा विश्वनाथ के विवाह के बाद शिव बारात निकालने को सनातन धर्म और भगवान शिव का अपमान बताते हुए वाराणसी के सांसद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हस्तक्षेप की मांग क...
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