वाराणसी, मई 19 -- वाराणसी, मुख्य संवाददाता। काशी अपने आप में एक संग्रहालय है। यह विश्व की पुरातन संस्कृति तो है ही साहित्य, कला, धर्म, पर्यटन, खान-पान, संत परम्परा और भौगोलिक परिदृश्य भी सबसे अलग है। ये विचार लखनऊ स्थित अब्दुल कलाम तकनीकी विवि के पूर्व कुलपति प्रो. प्रदीप कुमार मिश्र ने व्यक्त किए। वह रविवार को संपूर्णानंद संस्कृत विवि के योग साधना केंद्र में संग्रहालय विषय पर आयोजित पांच दिवसीय कार्यशाला के समापन समारोह में मुख्य अतिथि थे। संस्कृति विभाग, लाल बहादुर शास्त्री स्मृति भवन संग्रहालय, रामनगर एवं विश्वविद्यालय के पुरातत्व संग्रहालय की ओर से आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि काशी की शिक्षा, साहित्य, विज्ञान, पर्यावरण और संगीत आदि के अलग-अलग संग्रहालयों का निर्माण होना चाहिए। अध्यक्षीय संबोधन में संस्कृत विवि के कुलपति प्रो. ...