हरिद्वार, जुलाई 27 -- यूपी के बरेली से हरिद्वार दर्शन को आयी विमला ने मनसा देवी मार्ग पर हुई घटना में अपने 12 साल के बेटे आरुष को खो दिया। घटना में स्वंय भी घायल हो चुकी विमला बार बार मौके पर मौजूद पुलिस और स्वास्थ्य कर्मियों से बेटे के मृत शरीर के पास ले जाने की बात कर रही थीं। रोते-रोते विमला बार-बार एक ही बात कह रही थीं उड़न खटोले में जाने की सोच रहे थे। काश हमने मन की सोची बात पर अमल कर लिया होता तो आरुष बच जाता। बेटे के मरने के गम में विमला अपनी चोट का दर्द भी भूल चुकी थीं।मनसा देवी सीढ़ी मार्ग पर हुई दर्दनाक घटना ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। जिला अस्पताल परिसर घायलों और उनके परिजनों की चीखपुकार से गूंज गया। हर तरफ घायल अपने दर्द से कराहते नजर आ रहे थे।

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