बाराबंकी, जनवरी 30 -- बाराबंकी। हड़ियाकोल आश्रम में मोतियाबिन्द के आपरेशन का शिविर समाप्त होने पर जिला अस्पताल में आंख का आपरेशन कराने वाले मरीजों की संख्या बढ़ने लगी। ऐसे में काले चश्में हो या आंख में डालने वाली दवाएं तक खत्म हो गई हैं। मरीजों को बाहर से चश्मा व दवाइयां लिखी जा रही हैं। जिससे मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। रोजाना 25 से 30 मरीजों के होते हैं आपरेशन: जिला अस्पताल में सर्दी का मौसम शुरू होते ही आंख की ओपीडी में मोतियाबिन्द से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ने लगती है। यहां पर चार चिकित्सकों में डॉ. संजय बाबू, डॉ. संजीव शाहू व डॉ. ज्योति गुप्ता आदि की तैनाती है। सबकी ओपीडी व ओटी का दिन निर्धारित है। जिला अस्पताल की ओटी में रोजाना करीब 25 से 30 रोगियों के आंखों का आपरेशन होता है। बीते तीन दिनों से ओटी में काले चश्मे...