फतेहपुर, अक्टूबर 19 -- फतेहपुर। एमजी कालेज मैदान स्थित पटाखा मंडी में लगी आग के बाद पूरा प्रशासनिक सिस्टम सवालों के घेरे में हैं। कालेज से बगैर अनुमति या सहमति के जबरन कैम्पस बारूद का ढेर सजा दिया गया। करीब चार लाख की आबादी वाले शहर में सिर्फ एक स्थान पर पटाखा मंडी लगा दी गई। वहीं नगर पालिका खुद पटाखा मंडी की व्यवस्था करने में सक्षम है, फिर किसके दबाव में प्राइवेट के हाथों में व्यवस्था सौंप कर हादसे को न्योता दिया गया। हादसे के बाद व्यापारी, दुकानदार और राजनैतिक दल अफसरों की कार्यशैली और व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं। हादसे को लेकर हर कोई स्तब्ध है, लोगों का कहना है कि शनिवार शाम पटाखा मंडी में दुकानें स्थापित होना शुरू हुई थी। ग्राहकों की संख्या भी कम थी, रविवार शाम या सोमवार को खरीददारों की भारी भीड़ जुटती, ऐसे में तब हादसा होता को मंजर ...