गढ़वा, अक्टूबर 30 -- केतार, प्रतिनिधि। प्रखंड के बीजडीह गांव के हरिजन टोला में कालीन बुनाई के धंधे में लगे दर्जनों लोगों के परिवारों का भरण पोषण होता है। गांव में पंद्रह वर्षों से कई लोग कालीन बुनाई के धंधे में लगे हुए हैं। साथ ही गांवों के युवाओं भी इस काम में लगे हैं। कई वर्षों से कालीन बुनाई का बड़े पैमाने पर कार्य कर रहे मुसाफिर राम ने बताया कि कालीन बुनाई के लिए आवश्यक सामग्री उत्तर प्रदेश के भदोही से बड़े व्यापारी की ओर से उपलब्ध कराई जाती है। उसके बाद कालीन तैयार कर भदोही के उसी व्यापारी के हाथों बेच दिया जाता है। उन्होंने बताया कि उनके द्वारा तैयार कालीन काफी उम्दा किस्म की होती है। खुले बाजार में बेचने पर उसकी कीमत दो से तीन लाख रुपए मिलती, लेकिन सरकारी उपेक्षा और पूंजी के अभाव में उन्हें सामग्री देने वाले व्यापारी के हाथों ही औने...