बांदा, नवम्बर 6 -- बांदा। संवाददाता एतिहासिक कालिंजर दुर्ग मेले में दूसरे दिन भी लोग बड़ी संख्या में मेला देखने व भगवान नीलकंठ के दर्शन को पहुंचे। मेला में बुंदेली राई और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का लुत्फ उठाया। दो दिन में तीन लाख से अधिक श्रद्धालु पहुंचे हैं। ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व के कालिंजर दुर्ग में कार्तिक पूर्णिमा के दूसरे दिन भी मेला देखने वालों की श्रद्धालुओं की कमी नहीं रही। यहां पहुंचे लोगों ने दुर्ग में वेंकट बिहारी मंदिर, रानी महल, जकीरा महल, चौबे महल, मृग धारा, पाताल गंगा, पत्थरों की बनाई गई गुफाओं और देवी देवताओं की शिल्प कृतियों को देखा। पहाड़ के ऊपर स्थित किले के सरोवरों में स्नान कर शिव भक्तों ने भगवान नीलकंठ के दर्शन किये। पुरातत्व के अधिकारियों द्वारा पहली बार सातवां फाटक नही खोला गया। इससे ज्यादातर दर्शनार्थी मुख्य मा...