मधेपुरा, सितम्बर 23 -- मधेपुरा। नगर संवाददाता। जिले में किसानों क ो कालाबजारी से यूरिया मिल रही है। कालाबजारी से यूरिया मिलने के कारण जहां दुकानदारों क ी चांदी है, वहीं किसान आर्थिक शोषण का शिकार हो रहे है। बारिश के बाद किसान धान के खेतों में यूरिया का छिड़काव करते है। धान क ी फसल में बढ़वार के साथ अधिक बाली क ो लेकर किसान यूरिया का छिड़काव खेतों में करते है। जिले में करीब एक लाख पांच हजार हैक्टेयर खेतों में धान क ी खेती हो रही है। धान क ी खेतों में यूरिया का छिड़काव कर किसान अधिक से अधिक ऊपज क ी चाहत रखते है। इसलिए बारिश के बाद धान क ी खेतों में यूरिया का छिड़काव किसान हर हाल में करते है। यूरिया क ी मांग बढ़ने पर दुकानदार अधिक से अधिक क ीमत किसानों से वसूलते है। सामान्यतया खाद दुकानदार किसानों के बीच करीब पौने तीन सौ क ी दर से प्रति बोरा यूरिय...
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