विकासनगर, जुलाई 10 -- क्षेत्र में शहीद सुरेश तोमर के नाम पर बने गास्की मार्ग की बदहाल स्थिति जिम्मेदारों की शहीद के प्रति संवेदनहीनता दिखा रही है। मार्ग पर आवागमन करना वाहन चालकों के लिए जोखिमभरा बना है। स्थानीय ग्रामीण कई बार मोटर मार्ग के डामरीकरण और सुधारीकरण की मांग कर चुके हैं, बावजूद उनकी मांग को हर बार अनसुना कर दिया जाता है। साल 2002 में गास्की के सुरेश तोमर ने सीमा पर देश की रक्षा करते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था। जवान की शहादत के बाद सरकार ने गांव के लिए शहीद के नाम पर मोटर मार्ग का निर्माण किया था। लेकिन मार्ग निर्माण के 12 साल बाद भी इस पर डामरीकरण नहीं किया गया है। बदहाल पड़े इस मोटर मार्ग पर ग्रामीण हर दिन जान जोखिम में डालकर सफर करने को मजबूर हैं। स्थानीय ग्रामीण रणवीर सिंह तोमर, सुमित तोमर, अरविंद, कल्याण सिंह, लेखराज...