लखीमपुरखीरी, अगस्त 30 -- कार से चलने वाले भी गरीब बनकर कोटे से सरकारी राशन ले रहे हैं। इसके अलावा जीएसटी भरने वाले भी कोटे से मिलने वाला अनाज खा रहे हैं। वहीं 2188 लोग ऐसे हैं जिन्होंने राशन कार्ड तो बनवा लिया लेकिन कोटे की दुकान से राशन लेने नहीं जा रहे हैं। भारत सरकार ने सभी जिलों को ऐसे राशन कार्ड धारकों का डाटा भेजा गया है। अब इन कार्ड धारकों की जांच शुरू हो गई है। सत्यापन के बाद राशन कार्ड निरस्त करने के साथ ही रिकवरी भी हो सकती है। इनकम टैक्स जमा करने वालों के राशन कार्ड कटने के बाद अब भारत सरकार ने उन लोगों की सूची सत्यापन के लिए पूर्ति विभाग को भेजी है जो जीएसटी जमा करते हैं। उनके नाम पर कार दर्ज है। ऐसे लोगों का सत्यापन करके राशन कार्ड निरस्त करने को कहा गया है। सरकार से सूची मिलने के बाद अब पूर्ति विभाग इनका सत्यापन करा रहा है। ...