नई दिल्ली, नवम्बर 24 -- यह तय करना कि पॉलिसी को उसी प्रोवाइडर के साथ रीन्यू किया जाए या किसी दूसरे के पास जाया जाए, रीन्यूअल के समय आने वाली एक आम दुविधा है। कार इंश्योरेंस एक अच्छा खासा सालाना खर्च होता है। आपका लिया गया फैसला कवरेज की क्वालिटी, प्रीमियम और ओवरऑल बेनिफिट्स पर असर डाल सकता है। यह आर्टिकल बताता है कि रिन्यूल के समय किन अहम फैक्टर्स को देखना चाहिए, इंश्योरेंस कंपनी बदलने के क्या फायदे और नुकसान हो सकते हैं, और साथ ही यह भी कि एनसीबी प्रोटेक्शन जैसे बेनिफिट्स को सुरक्षित रखते हुए रीन्यूअल प्रीमियम कैसे मैनेज करें।अपने मौजूदा कवरेज को ध्यान से असेस करें कोई फैसला लेने से पहले अपनी मौजूदा कार इंश्योरेंस पॉलिसी को लाइन दर लाइन पढ़ें। ज़्यादातर मोटरिस्ट बिना कवरेज को रिव्यू किए ही ऑटोमेटिक रीन्यूअल कर देते हैं, जिससे पता ही नहीं...
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