सहारनपुर, नवम्बर 5 -- चिलकाना क्षेत्र के गांव दभेड़ा में खेत में दबी मिली एक्सपायर दवाओं के मामले में स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई की है। विभाग ने जांच रिपोर्ट के आधार पर निर्णय लिया है कि इन दवाओं की कीमत तत्कालीन सीएचओ के वेतन से वसूली जाएगी। गौरतलब है कि 23 अक्टूबर को गांव दभेड़ा में ग्रामीणों ने खेत में दवाओं के तीन बोरे दबे हुए पाए थे। यह जानकारी सामने आते ही स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया था। ग्रामीणों ने आरोप लगाया था कि पुराने स्टॉक की एक्सपायर दवाओं को नष्ट करने के बजाय खेत में दबा दिया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए विभाग ने तुरंत जांच समिति का गठन किया था। जांच में खुलासा हुआ कि खेत में दबी दवाओं में से तीन दवाएं वर्ष 2023, चार दवाएं 2024 और तीन दवाएं 2025 की शुरुआत में एक्सपायर हो चुकी थीं। स्पष्ट है कि यह दवाएं सरकारी अ...