रांची, जुलाई 29 -- खूंटी, संवाददाता। पेयजल एवं स्वच्छता विभाग, झारखंड के प्रधान सचिव मस्त राम मीणा ने मंगलवार को समाहरणालय सभागार में जल जीवन मिशन के तहत संचालित योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि जिन प्रखंडों में कार्य लक्ष्य के अनुरूप नहीं हो रहा है, वहां के जूनियर इंजीनियरों और संबंधित अधिकारियों को जवाबदेह ठहराया जाएगा। उन्होंने सभी को दायित्व का गंभीरता से निर्वहन करते हुए निर्धारित समय सीमा में कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। प्रधान सचिव ने यह भी निर्देश दिया कि जो संवेदक (ठेकेदार) कार्य में विलंब कर रहे हैं, उनके विरुद्ध कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। कार्य में लापरवाही बरतने वाले तकनीकी कर्मियों, विशेषकर जूनियर इंजीनियरों को सख्त चेतावनी दी गई। इस अवसर पर जल जीवन मिशन, झारखंड के अभियान निदेशक रमेश...