टिहरी, अक्टूबर 10 -- जिले के 9 ब्लॉक के प्रारंभिक शिक्षा विभाग के 31 शिक्षकों का तीन दिवसीय क्रियात्मक अनुसंधान की प्रथम चरण की कार्यशाला संपन्न हो गई। प्रभारी प्राचार्य सरिता असवाल ने प्रतिभागी शिक्षकों को प्रमाणपत्र देते हुए प्रशिक्षण में सिखाई गई जानकारी को छात्रों को देने की अपील की। कार्यशाला समन्वयक देवेंद्र सिंह भंड़ारी और सह समन्वयक डॉ. सुमन नेगी ने शिक्षकों को क्रियात्मक अनुसंधान के महत्व, आवश्यकता, रूपरेखा और क्रियाविधि से रूबरू कराया। प्रतिभागियों ने एनसीईआरटी द्वारा विकसित क्रियात्मक अनुसंधान के प्रारूप के विभिन्न चरणों को समझने के लिए समूहवार चर्चा व परिचर्चा की। साथ ही गतिविधियों के माध्यम से इसका प्रस्तुतीकरण कराया। बताया गया कि कार्यशाला का द्वितीय चरण एक माह बाद कराया जाएगा। जिसमें प्रतिभागियों द्वारा अपने-अपने विद्यालयों ...