गया, नवम्बर 6 -- कार्तिक पूर्णिमा के साथ ही प्रमुख पर्व-त्योहार का दौर खत्म हो गया। गुरु पूर्णिमा से लेकर प्रबोधिनी एकादशी सनातन धर्मावलंबियों के अधिकतर व्रत और त्योहार रहें। इन्हीं चार माह में गुरु पूर्णिमा, सावन आराधना, नाग पंचमी, रक्षाबंधन, श्री कृष्ण जन्माष्टमी, तीज, अनंत पूजा, श्री गणेश पूजा, जीतिया, विश्वकर्मा पूजा, नवरात्र, दशहरा, दीपावली, भैया दूज, छठ, अन्नकूट पूजा व कार्तिक पूर्णिमा आदि महत्वपूर्ण व्रत व त्योहार बीत गया। त्योहार खत्म होने के बाद गया जी के बाजार में भीड़-भाड़ कम गई। शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों के बाजार की रौनक कम गयी है। अब 18 नवम्बर से शादी-विवाह के दिन शुरू होने पर मंडी में भीड़-भाड़ बढ़ेगी। सबसे अधिक पुरानी गोदाम और लहेरिया टोला की दुकानों की फीकी पड़ी रौनक कुछ दिन पहले दीपावली व छठ पर गया बाजार की रौनक देखते बन रही थ...