सीवान, जुलाई 26 -- कारगिल दिवस पर विशेष इंट्रो- सीवान जिले के दो सपूतों, हरेकृष्ण राम और रम्भू सिंह ने 1999 के कारगिल युद्ध में अदम्य साहस का परिचय देते हुए देश के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। दरौंदा के हरेकृष्ण राम ने बर्फीली चोटियों पर दुश्मनों से लोहा लेते हुए वीरगति पाई। वहीं भगवानपुर के रम्भू सिंह भी अद्भुत शौर्य के प्रतीक बने। दोनों शहीदों की शहादत ने सीवान को गौरवान्वित किया। आज भी उनकी याद में गांवों में स्मारक और प्रत्येक वर्ष श्रद्धांजलि सभाएं आयोजित होती हैं, जो युवाओं को देशभक्ति की प्रेरणा देती हैं। कारगिल की लड़ाई में 26 वर्ष पूर्व हुए थे शहीद हरेकृष्ण राम स्मारक बनाकर की गई खानापूरी , स्मारक पर प्रतिमा अबतक नहीं लगा परिजन भी गांव छोड़कर शहर को पलायन कर गए अखिलेश्वर सिंह दरौंदा। जिले के हसनपुरा प्रखंड के महुअल-महाल निवासी क...