नई दिल्ली, अगस्त 4 -- नई दिल्ली। प्रमुख संवाददाता दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा काम के घंटे बढ़ाने और कर्मचारियों की संख्या न बढ़ाने के खिलाफ गैर-शिक्षण कर्मचारियों ने नाराजगी जताई है। इस मुद्दे को लेकर शिक्षकों में भी रोष है। सोमवार को दिल्ली विश्वविद्यालय और कॉलेज कर्मचारी संघ (डुकु) ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को पत्र लिखकर विश्वविद्यालय की इस नीति पर चिंता जताई है और जरूरी हस्तक्षेप की मांग की है। संघ ने कहा है कि कॉलेजों को सुबह 8 बजे से शाम 8 बजे तक खुले रखने के निर्णय से गैर-शिक्षण स्टाफ पर अत्यधिक काम का बोझ बढ़ेगा, जबकि पहले से ही स्टाफ की भारी कमी है। डुकु के अनुसार, विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद ने 12 जुलाई, 2025 को यह निर्णय लिया था और 31 जुलाई को संबंधित आदेश भी जारी कर दिया गया। संघ ने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय...