वाराणसी, मार्च 27 -- वाराणसी, संवाददाता। समाज में कामकाजी महिलाओं की भागीदारी 22 से बढ़कर 45 प्रतिशत हो गई है। महिलाओं के कार्यों के आकलन, केंद्र में जीडीपी के आकार को बढ़ाने की जरूरत है। ये बातें बीएचयू के अर्थशास्त्र विभाग के प्रो. एनके सिंह ने कही। वह आर्य महिला पीजी कॉलेज में गुरुवार को आयोजित संगोष्ठी में मुख्य अतिथि थे। संगोष्ठी में विकसित भारत में महिलाओं की भूमिका, चुनौतियों और रणनीतियों पर चर्चा हुई। प्रो. एनके सिंह ने कहा कि विकसित भारत के सपने को साकार करने में महिलाओं की भूमिका अहम है। डीएवी पीजी कॉलेज अर्थशास्त्र विभाग के प्रो. अनूप मिश्रा ने कहा कि कहा कि यदि देश 7.5% विकास दर से ही चलते रहे, तो निश्चय ही 2047 तक विकसित की श्रेणी में आ जायेगा। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ की प्रो. अंकिता गुप्ता ने कहा कि समाज के विभिन्न क्षे...