मेरठ, जुलाई 23 -- नगर निगम के कान्हा उपवन गोशाला में गोवंशों की बेकद्री मामले में कुछ अन्य पर भी गाज गिर सकती है। एफआईआर में वर्तमान और पिछले वित्तीय वर्ष की अनियमितताओं की जानकारी दी गई है। अब पिछले डेढ़ साल के गोशाला की सप्लाई, व्यवस्था, भुगतान आदि की उच्चस्तरीय जांच हुई तो कई अन्य पर गाज गिर सकती है। सोशल मीडिया पर डॉ. हरपाल सिंह की गिरफ्तारी के बाद से लोग तरह-तरह की टिप्पणी कर रहे हैं। संयुक्त व्यापार संघ अध्यक्ष अजय गुप्ता, हिन्दू जागरण मंच के सचिन सिरोही, पार्षद फजल करीम आदि ने कहा कि कान्हा उपवन गोशाला मामले में सिर्फ डॉ हरपाल दोषी नहीं हो सकते। सबसे बड़ा दोषी तो नगर निगम का सिस्टम है। फजल करीम ने कहा कि नगर निगम में वर्षों से कार्यवाहक और प्रभारी की व्यवस्था चल रही है। उन्होंने कहा कि नगर निगम की बदहाली का मुख्य कारण प्रभारी एवं क...
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