प्रमुख संवाददाता, दिसम्बर 28 -- जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के अंतर्गत हैलट में शनिवार को लापरवाही की ऐसी तस्वीर सामने आई, जिसने हर किसी को हैरान कर दिया। सात दिन से भर्ती एक मरीज को जूनियर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया और अज्ञात शव मानते हुए सूचना पुलिस तक पहुंचा दी। पुलिस जब शव लेने अस्पताल पहुंची, तो सामने का नजारा देखकर होश उड़ गए। अस्पताल की ओर से जिसे मुर्दा बताया गया था, वह जिंदा निकला। जांच में पता चला कि वार्ड में अज्ञात मरीजों के बेड अगल-बगल थे। इसी दौरान जूनियर डॉक्टर से गंभीर चूक हो गई। जानकारी के अनुसार, गोविंदनगर इलाके की एक फैक्टरी में काम करने वाले 55 वर्षीय व्यक्ति को वार्ड 12 के बेड 43 में 20 दिसंबर को कुछ लोगों ने भर्ती कराया था। मरीज उस समय होश में नहीं था, इसलिए अज्ञात में भर्ती कर इलाज शुरू किया गया। इसके बगल में बेड 42 मे...