कानपुर, दिसम्बर 1 -- कानपुर, हिन्दुस्तान टीम। जिले में पहली बार दूध और मिल्क पाउडर के सैंपल में केमिकल मिलने की पुष्टि हुई है। मतलब यह असुरक्षित श्रेणी में है। विभाग का दावा है कि इससे पहले दूध अधोमानक तो मिला है, लेकिन असुरक्षित कभी नहीं मिला है। घाटमपुर जाजपुर की लीला डेरी एवं मिल्क चिलिंग सेंटर से लिए गए दूध के दो सैंपल और मिल्क पाउडर के सैंपल असुरक्षित निकले हैं। रविवार को खाद्य विभाग की टीम ने सात हजार लीटर दूध नष्ट कराया। मिलावटखोरों ने दूध व मिल्क पाउडर ज्यादा समय तक चल सके इसलिए उसमें ट्राइ सोडियम साइट्रेट न्यूटिलाइजर मिलाया था। इसके इस्तेमाल से रक्त के थक्के जम सकते हैं। फिलहाल फिरोजाबाद के रहने वाले चिलिंग प्लांट के मालिक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। अब सीजेएम कोर्ट में मुकदमा दर्ज होगा। फिरोजाबाद पचोखरा सिकरारी बसई के मूल ...