रामगढ़, सितम्बर 29 -- केदला, निज प्रतिनिधि। मां कात्यायनी की पूजा कुंवारी कन्याओं के लिए काफी फलदायी है। मां कात्यायनी रोग, शोक, संताप नाश करने वाली और अर्थ, धर्म, कर्म, मोक्ष देने वाली हैं। इस देवी के चार हाथ है जिसमें एक में कमलपुष्प और दूसरे में तलवार से विभूषित हैं। इनका वाहन सिंह है। यह बातें लइयो स्थित पंडाल में पूजा कराते हुए आचार्य कमलाकांत शास्त्री ने भक्तों से कही। उन्होंने कहा कि मां दुर्गा के छठे स्वरुप का नाम कात्यायनी है। कत ऋषि का पुत्र कात्य ने भगवती परांबा की उपासना कर उनसे घर में पुत्री रुप में जन्म लेने की प्रार्थना की थी। मां भगवती ने उनकी प्रार्थना स्विकार कर ली। कात्य गोत्र में प्रसिद्ध महर्षी कात्यायन उत्पन्न हुए थे। कुछ काल के बाद दानव महिषासुर का अत्याचार पृथ्वी पर काफी बढ़ गया तब भगवान ब्रहा, विष्णु और महेश ने अप...