संतकबीरनगर, अप्रैल 1 -- संतकबीरनगर, निज संवाददाता। जिले में इन दिनों नर्सिंग होम व पैथोलॉजी केंद्रों पर बिना डिग्रीधारक मरीजों का उपचार कर रहे हैं। जबकि इन केंद्रों का स्वास्थ्य विभाग में पंजीकरण भी हुआ है। इसके बाद भी जिले के जिम्मेदार इन केद्रों पर मेहरबान हैं। हालत यह है कि जिला मुख्यालय से जब टीम छापेमारी करने के लिए निकलती है तो इन्हें पहले ही सूचना मिल जाती है। जिससे कि टीम खाली हाथ लौट आती है। जबकि इन केद्रों पर जिन चिकित्सकों की डिग्री लगाकर अस्पतालों व जांच केंद्रों का पंजीकरण किया गया है उन्हें समवंधित अस्पताल पर मरीजों का उपचार करना चाहिए लेकिन ऐसा नहीं हो पा रहा है। जनपद में 96 नर्सिेग होम का स्वास्थ्य विभाग ने पंजीकरण किया है। जबकि जिले में दो सौ से अधिक नर्सिग होम संचालित हो रहे हैं। यदि पंजीकृत पैथोलॉजी की बात करें तो इनकी ...