पटना, अगस्त 27 -- मेजर ध्यानचंद की जयंती पर राज्य के सभी स्कूलों में 'खेल दिवस' का आयोजन का निर्देश दिया गया है। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के राज्य परियोजना निदेशक मयंक वरवड़े ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को पत्र लिखा है। उन्होंने 29 से 31 के बीच स्कूलों में विभिन्न खेल गतिविधियां आयोजित करने के निर्देश जारी किया है। लेकिन इन निर्देशों और जमीनी हकीकत के बीच गहरी खाई नजर आ रही है। राज्य के 65% स्कूलों के पास अपना कोई खेल का मैदान ही नहीं है, जिससे खेल दिवस का यह निर्देश कागजों पर सीमित है। बच्चों को खेलने का हक तो दिया जा रहा है लेकिन जगह नहीं है। यह स्थिति सिर्फ निर्देशों और वास्तविकता के अंतर को ही नहीं उजागर करती, बल्कि बच्चों के खेल के अधिकार पर एक बड़ा प्रश्न चिह्न है। हैरानी की बात यह है कि जिन स्कूलों के पास मैदान है, वहां भी कई ज...