मुजफ्फरपुर, अप्रैल 11 -- मुजफ्फरपुर। उत्तर बिहार की उम्मीद कहे जाने वाले एसकेएमसीएच में मरीज नाउम्मीद हो रहे हैं। सीतामढ़ी, शिवहर, मोतिहारी, बेतिया तक से हर दिन डेढ़ से दो हजार लोग इलाज कराने आते हैं, लेकिन यहां की व्यवस्था उनके मर्ज को ठीक करने की बजाय बढ़ा देती है। मरीजों का कहना है कि रजिस्ट्रेशन काउंटर से लेकर ओपीडी की लंबी कतार में लगने के बाद डॉक्टर महज दो मिनट का समय देते हैं। सिर्फ लक्षण पूछकर दवा लिख देते हैं। मेडिसिन ओपीडी के बाहर शेड नहीं होने से कड़ी धूप में तपना पड़ता है। गरीबों के लिए श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल ही एकमात्र सहारा है। मरीजों की भीड़ के हिसाब से अगर सुविधाएं नहीं बढ़ेंगी तो लोग कहां जाएंगे। श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कई जगहों से थके-हारे लोग इलाज के लिए पहुंचते हैं, लेकिन यहां की परेशानियां मरीजों की...