बिजनौर, जुलाई 17 -- बारिश के मौसम में सर्पदंश के मामलों में लगातार वृद्धि के मद्देनजर कांवड़ मार्ग की सभी मेडिकल हेल्प पोस्ट पर भी एंटी-स्नेक वेनम रखवा दी गई है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. कौशलेन्द्र ने जनता से अपील की है कि सर्पदंश के बाद तुरंत किसी सरकारी अस्पताल में जाएं और झाड़फूंक जैसे अंधविश्वासों से बचें। उनका कहना है कि सर्पदंश के बाद का पहला एक घंटा 'गोल्डन ऑवर होता है। इस दौरान सही इलाज मिलने पर पीड़ित की जान बचाई जा सकती है। सीएमओ ने बताया कि जिले के सभी सरकारी अस्पतालों, चाहे वह पीएचसी हो या सीएचसी, में एंटी-स्नेक वेनम (एएसवी) की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध है। कांवड़ मार्गों पर बनी अस्थाई हैल्प पोस्ट पर भी उपलब्धता है। यह सुनिश्चित किया गया है कि किसी भी मरीज को इलाज की कमी का सामना न करना पड़े। डॉ. कौशलेन्द्र ने यह भी स्पष्ट किया कि...