शामली, अप्रैल 27 -- कांधला। नगर में संचालित अवैध पटाका फैक्ट्री में लापरवाही के चलते एक दर्जन से भी अधिक निर्दोष लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था। घटनाओं के बाद भी पटाखा निर्माता घटनाओं से सबक लेने को तैयार नहीं है। जिसके चलते प्रशासन की नाक चले पटाखों का अवैध कारोबार पूरी तरह से अभी भी फल फूल रहा है। कांधला क्षेत्र में विभिन्न वर्षो में पटाखा फैक्ट्री विस्फोट की घटनाएं सामने आ जाने से रूप पूरी तरह से कॉप जाती है। बता दे कि कांधला क्षेत्र वर्ष 1984 में शामली रोड स्थित आशुदीन की फैक्ट्री में आग लगी थी। जिसमें सात लोगों की मौत हो गई थी। कांधला में वर्ष 2006 में मोहल्ला रायजादगान में पटाखे बनाए जा रहे थे। एक महिला के धूम्रपान करने के कारण पटाखों में आग लग गई थी। तब सात लोगों की मौत हुई थी। 1 फरवरी 2020 को दिल्ली नेशनल हाईवे मार्ग स्थित ...