नई दिल्ली।, अगस्त 7 -- कांग्रेस के अमृतसर से सांसद गुरजीत सिंह औजला ने बुधवार को गरीब रथ एक्सप्रेस ट्रेनों के नाम को लेकर सवाल उठाया और कहा कि यह शब्द गरीब और मध्यम वर्गीय लोगों की गरिमा और आत्म-सम्मान के खिलाफ है, जो कड़ी मेहनत कर अपने सपनों को साकार करने की कोशिश करते हैं। सांसद ने संसद में रेल मंत्रालय से सवाल करते हुए पूछा कि क्या सरकार इस नाम को लेकर बढ़ती जनभावनाओं और आपत्तियों से अवगत है और क्या इसे बदलने की कोई योजना है? 'गरीब रथ एक्सप्रेस' ट्रेनों की शुरुआत 2005 में तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने की थी। इन ट्रेनों का मकसद था कि गरीब और मध्यम वर्गीय लोग भी कम कीमतों पर वातानुकूलित (AC) यात्रा का लाभ उठा सकें। यह ट्रेनें कई राज्यों के शहरों को जोड़ती हैं और पूरी तरह से AC कोच वाली होती हैं, लेकिन सामान्य ट्रेनों की तुलना म...