नई दिल्ली, सितम्बर 29 -- प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और मंत्रियों को पद से हटाने वाले विधेयकों पर विचार के लिए गठित संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से कांग्रेस भी किनारा कर सकती है। पार्टी जल्द इस बारे में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को सूचित कर सकती है। तृणमूल कांग्रेस, सपा, शिवसेना (यूबीटी) और आम आदमी पार्टी पहले ही इस समिति के बायकॉट का ऐलान कर चुके हैं। कांग्रेस पर भी ऐसा करने का दबाव था। हालांकि, अभी तक बायकॉट का ऐलान करने वाले किसी भी दल ने लोकसभा सचिवालय को सूचित नहीं किया है। लोकसभा अध्यक्ष ने शनिवार को कहा था कि किसी भी राजनीतिक दल ने उन्हें तीन विधेयकों पर विचार के लिए गठित समिति के बहिष्कार के बारे में पत्र नहीं लिखा है। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि इंडिया गठबंधन के घटक दलों के साथ कुछ और पार्टियां भी दूरी बना सकती हैं। दरअसल, ...