विकासनगर, जून 27 -- कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि आपातकाल कांग्रेस की सत्ता की भूख का अन्यायकाल था। 25 जून 1975 को लगे आपातकाल में देशवासियों ने जो पीड़ा और यातना सही, उससे नई पीढ़ी को भी अवगत होने की जरूरत है। इसी उद्देश्य से सरकार ने इस दिन को संविधान हत्या दिवस का नाम दिया है। आपातकाल के 50वें वर्ष पर भाजपा जिला देहरादून ग्रामीण की ओर से सहसपुर के कोटड़ा कल्याणपुर में शुक्रवार को आयोजित संगोष्ठी में कैबिनेट मंत्री ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि यह दिवस बताता है कि जब सत्ता तानाशाही बन जाती है, तो जनता उसे उखाड़ फेंकने की ताकत रखती है। आपातकाल कोई राष्ट्रीय आवश्यकता नहीं, बल्कि कांग्रेस और एक व्यक्ति की लोकतंत्र विरोधी मानसिकता का परिचायक था। प्रेस की स्वतंत्रता कुचली गई, न्यायपालिका के हाथ बांध दिए गए और सामाजिक कार्यकर्ताओं को...
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