उज्जैन, अक्टूबर 2 -- मध्यप्रदेश के मंदसौर में रावण को दामाद के रूप में सम्मान दिया जाता है। यहां की मान्यता है कि रावण की पत्नी मंदोदरी मंदसौर की बेटी थी। इस कारण रावण को यहां का दामाद माना जाता है। सनातन संस्कृति के अनुसार, महिलाएं अपने जमाई के सामने घूंघट निकालती हैं, इसलिए यहां महिलाएं रावण के सामने घूंघट करती हैं। मान्यता है कि रावण के पैरों में धागा बांधने से बीमारियां दूर होती हैं और सुख-शांति बनी रहती है। लोग रावण के दाहिने पैर में धागा बांधते हैं और क्षेत्र की खुशहाली, बीमारियों से रक्षा और प्राकृतिक आपदाओं से बचाव के लिए प्रार्थना करते हैं। दशहरे के दिन नामदेव समाज के लोग रावण मंदिर में एकत्र होते हैं और विशेष पूजा-अर्चना करते हैं। रावण के वध से पहले लोग उनके सामने खड़े होकर क्षमा-याचना करते हैं, क्योंकि रावण ने सीता का हरण किया ...