नई दिल्ली। रजनीश कुमार पाण्डेय, नवम्बर 12 -- आज के डिजिटल युग में मोबाइल नंबर आपकी पहचान, बैंकिंग, सोशल मीडिया और सभी सरकारी सेवाओं का आधार है। ऐसे में अगर आपके नाम पर अनाधिकृत सिम कार्ड जारी हो जाए और उसका आपराधिक गतिविधियों में दुरुपयोग किया जाए तो मुश्किलें काफी बढ़ सकती हैं। चूंकि साइबर जालसाजी व अन्य सभी अपराधों में पुलिस अपराधियों के मोबाइल नंबर की प्रमुखता से जांच करती है। तिलक नगर में पिछले सप्ताह फर्जी जॉब कॉल सेंटर पकड़ा गया। इसमें खुलासा हुआ कि एक टेलीकॉम कंपनी का अधिकृत कर्मचारी बलजीत खुद ही स्टोर पर ग्राहकों से कई बार बॉयोमेट्रिक वेरिफिकेशन व ओटीपी लेकर उनके नाम पर एक से ज्यादा अनाधिकृत सिम कार्ड जारी कर लेता था। बाद में इसे जालसाजों को कमीशन पर बेचता था। ऐसे ही कई मामले अब तक सामने आ चुके हैं। इससे बचने के लिए भारत सरकार के ...
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