नई दिल्ली, अक्टूबर 3 -- राजधानी दिल्ली की सड़कों पर इतिहास की गूंज कभी थमती नहीं। लेकिन इन दिनों एक ऐसी जगह चर्चा में है, जो न तो पूरी तरह दिखती है और न ही इसके बारे में कोई खुलकर बात करता है। हम बात कर रहे हैं दिल्ली की पुरानी सेंट्रल जेल की। जहां कभी आजादी के दीवानों को कैद किया जाता था, जहां फांसी के फंदे लटकते थे और जहां अब घास-फूस के बीच इतिहास दबा पड़ा है। आज हम इसी सेंट्रल जेल की कहानी बता रहे हैं।एक खोज, जो रहस्य बन गई मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज (MAMC) के पास एक छोटा-सा टुकड़ा है, जहां 2019 में निर्माण कार्य के दौरान कुछ मजदूरों को एक पुरानी दीवार के अवशेष मिले। यह दीवार थी उस पुरानी सेंट्रल जेल की नींव, जो कभी दिल्ली के इतिहास का अहम हिस्सा थी। ASI को खबर दी गई और PWD को काम रोकने का आदेश मिला। लेकिन इसके बाद भी कुछ नहीं हुआ। वह जग...
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