प्रमुख संवाददाता, अक्टूबर 12 -- यूपी की राजधानी लखनऊ में एक कस्तूरबा विद्यालय की वार्डेन की कारस्तानी सामने आने के बाद विभाग सतर्क हो गया है। आरोप है कि यह वार्डेन छात्राओं का उत्पीड़न करती थी। उन्हें मारती-पीटती थी। टॉयलेट साफ करवाती थी। यह मामला सामने आने के बाद अब निर्णय लिया गया है कि कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में पढ़ रहीं छात्राओं से हर महीने अनिवार्य रूप से फीडबैक लिया जाएगा। जिलों में टास्क फोर्स का गठन कर विद्यालयों की समय-समय पर जांच भी कराई जाएगी, जिससे छात्राओं को किसी भी तरह की कोई कठिनाई न हो और उनकी समस्या का त्वरित समाधान किया जा सके। राजधानी के केजीबीवी में छात्राओं को परेशान किए जाने का मामला सामने आने के बाद सतर्कता बढ़ा दी गई है। प्रदेश में 742 केजीबीवी में पढ़ रहीं करीब 80 हजार छात्राओं को कठिनाई न हो...