बोकारो, नवम्बर 16 -- कसमार प्रखंड के पिरगुल चौक पर शनिवार की शाम को कुड़मी और आदिवासी आमने सामने हो गए। एक दूसरे के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान कुड़मी समाज के युवाओं ने आदिवासी नेत्री निशा भगत का पुतला दहन भी किया। इससे पहले सुश्री भगत की गाड़ी भी रोकी गई, लेकिन उनके समर्थकों ने उलझने की बजाय बुद्धिमानी का परिचय देते हुए उनकी गाड़ी को वापस लौटा दिया और अन्य रस्ते से रांची भेजा। घटना आदिवासी एकता मंच के बैनर तले पिरगुल बस पड़ाव पर आयोजित बिरसा मुंडा जयंती समारोह एवं झारखंड स्थापना दिवस समारोह के बाद हुई। आदिवासी नेत्री निशा भगत इस समारोह की मुख्य अतिथि तथा विशिष्ट अतिथि स्थानीय मुखिया सरिता देवी, सरना समिति के अध्यक्ष फूलचंद तिर्की, पंचायत समिति सदस्य हेमंती देवी आदि थे। कुड़मी समाज के युवाओं का आरोप है कि समारोह के दौरान निशा भगत ने ...