एटा, सितम्बर 5 -- पितृ पक्ष की शुरुआत रविवार को पूर्णिमा श्राद्ध के साथ होकर 21 सितंबर को सर्वपितृ अमावस्या के साथ समापन हो जाएगा। पितृ पक्ष के इन 15 दिनों तक लोग अपने मृत पूर्वजों की आत्मा शांति के लिए श्राद्ध तर्पण और पिंडदान करने के साथ गंगा स्नान करेंगे। बड़ी हनुमार गढ़ी के महंत एवं ज्योतिषाचार्य दुर्गेश शुक्ला के अनुसार श्राद्ध पक्ष (पितृ पक्ष) 07 सितंबर दिन रविवार को भाद्रपद पूर्णिमा से शुरू होंगे और 21 सितंबर दिन रविवार को सर्व पितृ अमावस्या के साथ समाप्त हो जाएंगे। इन दिनों पितरों की आत्मा की शांति और मोक्ष के लिए 15 दिन विशेष अनुष्ठान आयोजित होंगे। ज्योतिषाचार्य के अनुसार पूर्णिमा श्राद्ध 07 सितंबर दिन रविवार को होगा। प्रतिपदा श्राद्ध 08 सितंबर दिन सोमवार को होगा, भरणी पंचमी श्राद्ध 11 सितंबर दिन गुरुवार को होगा। नवमी श्राद्ध (मा...