नई दिल्ली, अगस्त 4 -- Sawan putrada ekadashi 2025: हिंदू धर्म में एकादशी व्रत भगवान विष्णु को समर्पित है। मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु की भक्ति भाव से पूजा-अर्चना व व्रत करने से पापों से मुक्ति मिलती है और साधक सभी सुखों को भोगकर अंत में मोक्ष को प्राप्त करता है। सावन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को सावन पुत्रदा एकादशी व्रत रखा जाता है। इस साल सावन पुत्रदा एकादशी व्रत 05 अगस्त, मंगलवार को है। इस दिन सावन का आखिरी मंगला गौरी व्रत भी किया जाएगा। इस बार पुत्रदा एकादशी व्रत पर भद्रा का साया रहने वाला है। हिंदू धर्म में भद्रा को पूजन व मांगलिक कार्यों के लिए उत्तम नहीं माना गया है। जानें सावन पुत्रदा एकादशी पर कितने बजे से भद्रा प्रारंभ होगी और कब समाप्त होगी और व्रत पारण का मुहूर्त भी। सावन पुत्रदा एकादशी पर भद्रा कब से कब तक: हिंदू पंचां...