नई दिल्ली, अगस्त 5 -- Sawan ka last pradosh vrat: हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत शुभ माना गया है। इस दिन भगवान शिव व माता पार्वती की पूजा का विधान है। मान्यता है कि प्रदोष व्रत करने से सुख-समृद्धि के साथ मनवांछित फल की प्राप्ति होती है। इस समय सावन का महीना चल रहा है। 6 अगस्त, बुधवार को सावन का आखिरी प्रदोष व्रत है। बुधवार के दिन प्रदोष व्रत होने से बुध प्रदोष व्रत का संयोग बन रहा है। मान्यता है कि प्रदोष व्रत के दिन भोलेनाथ का अभिषेक करने व कुछ चीजों को अर्पित करने से कार्यों की विघ्न-बाधा दूर होती है और करियर में उन्नति के रास्ते खुलते हैं। जानें सावन के आखिरी प्रदोष व्रत पर भगवान शिव के जलाभिषेक व पूजन का मुहूर्त। बुध प्रदोष व्रत जलाभिषेक व पूजन मुहूर्त: बुध प्रदोष व्रत के दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04 बजकर 20 मिनट से सुबह 05 बजकर 03 मिनट तक ...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.