नई दिल्ली, सितम्बर 25 -- शारदीय नवरात्रि के पावन दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की विधिवत पूजा-अर्चना की जाती है। इस साल नवरात्रि 10 दिन की है। चतुर्थी तिथि में वृद्धि की वजह से इस साल मां के चौथे स्वरूप की पूजा 25 और 26 सितंबर दोनों दिन की जाएगी। मान्यता है कि मां कूष्मांडा की उपासना करने से साधक के सभी रोग, दोष और कष्ट समाप्त होते हैं तथा उसे यश, बल, धन और वैभव की प्राप्ति होती है। मां का स्वरूप अष्टभुजा (आठ भुजाओं वाला) है, इस कारण उन्हें 'अष्टभुजा देवी' भी कहा जाता है। सात हाथों में कमंडल, धनुष, बाण, कमल-पुष्प, अमृतपूर्ण कलश, चक्र और गदा सुशोभित रहते हैं, जबकि आठवें हाथ में जपमाला धारण है। मां सिंह पर सवार होकर भक्तों को वरदान देती हैं। शास्त्रों के अनुसार मां कूष्मांडा ब्रह्मांड के केंद्र में निवास करती हैं और समस्त सृष्टि की रच...
Click here to read full article from source
To read the full article or to get the complete feed from this publication, please
Contact Us.