औरंगाबाद, मई 14 -- बिहार-झारखंड की सीमा पर कुटुंबा प्रखंड के परता गांव में स्थित श्री कृष्ण पुरी कल्पवृक्ष धाम आस्था, चमत्कार और इतिहास का अनूठा संगम है। इस धाम का केंद्र है एक प्राचीन कल्पवृक्ष, जिसके बारे में मान्यता है कि यह सैकड़ों वर्ष पुराना होने के बावजूद आज भी हरा-भरा है। श्रद्धालु इसे दूध से सींचते हैं और मानते हैं कि यहां मांगी हर मन्नत पूरी होती है। मान्यता है कि भगवान श्रीकृष्ण ने कल्पवृक्ष को स्वर्ग से धरती पर उतारा था। धाम में दो प्राचीन मंदिर हैं जिसमें एक राधा-कृष्ण और दूसरा सीता-राम को समर्पित। इन मंदिरों की प्रतिमाएं कला और भक्ति का अनूठा उदाहरण हैं। मुख्य द्वार पर देवनागरी और बंगाली लिपि में शिलालेख हैं, जो धाम के बंगाल से ऐतिहासिक जुड़ाव को दर्शाते हैं। बताया जाता है कि बंगाल के एक परिवार को मन्नत पूरी होने पर पुत्र रत...