बुलंदशहर, अगस्त 19 -- ककोड़। कस्बे के पीपल वाला मंदिर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के सातवें और अंतिम दिन कथा वाचक प्रीति प्राप्ति देवी ने बताया कि कलियुग में श्रीमद्भागवत कथा श्रवण मोक्ष का सबसे सरल उपाय है।सुकदेव महाराज ने राजा परीक्षित को मोक्ष प्राप्त करने के लिए सतयुग से लेकर त्रेता युग तक पृथ्वी पर उत्पन्न विभिन्न अवतारों व महान राजाओं के जीवन की कथा सुनाई। महाराजा हरिश्चंद्र जिनके नाम से युग का नाम सतयुग जाना जाता है। जिनकी सत्यता से इन्द्र का इन्द्रासन हिल गया। उन्होंने सत्य के बल पर मोक्ष प्राप्त किया। महर्षि दधीचि जिन्होंने सत्य पर अपनी हड्डियां तक अर्पित कर दी। राजा शिवि जिसने कबूतर की रक्षा में अपने आप को न्यौछावर कर दिया। श्रीमद्भागवत कथा सभी ग्रंथों का सार है। सभी ग्रंथ इसमें समाहित है।

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