मुजफ्फर नगर, अगस्त 12 -- मोरना । गांव करहेड़ा में लगातार सात वर्षों से आयोजित हो रही श्रीमद्भागवत का शुभारंभ कलश पूजन के साथ भागवत कथा का अमृत पान किया। कथा व्यास अत्रि जी महाराज ने कहा कि भागवत कथा श्रवण से अनेकों जन्मों के पुण्य जागृत होते हैं। मन में भक्ति भाव होने पर ही भगवान की कथा श्रवण करने को मिलती है। प्रभु का ध्यान करने से मन की शुद्धि होती है। आत्म बल भगवान की भक्ति से प्राप्त होता है। आत्म बल के बिना हम अधर्म का विरोध नहीं कर सकते हैं। धर्म के लिए अधर्म से दूर रहना होगा। व्यसनो को त्यागना होगा। प्रभु श्रीराम का नाम जपने से एकाग्रता बढ़ती है। मन मे राम होंगे तभी जीवन सफल होगा। संसार की भाग दौड़ से अलग कुछ समय भक्ति के लिए निकाल कर आत्म चिंतन करें, मनन करें। इससे पूर्व भव्य कलश यात्रा निकाली गयी। पंडित तुषार एवं पंडित मोहित द्वारा...