बेगुसराय, फरवरी 15 -- नावकोठी, निज संवाददाता। एपीएस उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के मैदान में दिव्य ज्योति जागृति संस्थान द्वारा आयोजित श्रीरामचरितमानस एवं गीता ज्ञान यज्ञ कार्यक्रम के दूसरे दिन आशुतोष महाराज की शिष्या साध्वी अमृता भारती ने कहा कि कर्म का कानून अटल है। इससे कोई नहीं बच सकता। भगवान ने अपनी जीवनलीला के द्वारा भी यही बताया कि देहधारी को दंड है, बच सके ना कोई। ज्ञानी भोगे ज्ञान से, पर अज्ञानी भोगे रोए। महापुरुष वास्तविक कर्म और अकर्म का रहस्य बताते हैं जिसे जानकर इंसान कर्म बंधन से मुक्त हो जाता है। श्री रामचरितमानस कहता है कि काहू ना कोउ सुख-दुख कर दाता, निज कृत कर्म भोग सब भ्राता। शास्त्र कहते हैं कि परमात्मा ने जो हमारे भाग्य में लिखा है उसे कोई नहीं मिटा सकता परंतु जब पूर्ण संत की शरणागति प्राप्त होती है तो परमात्मा द्वारा लि...