प्रयागराज, सितम्बर 11 -- प्रयागराज, संवाददाता। साहित्यकार संसद की ओर से गुरुवार को हिन्दुस्तानी एकेडेमी के सभागार में महादेवी वर्मा की 38वीं पुण्यतिथि के अवसर पर महादेवी स्मृति समारोह का आयोजन किया। मुख्य वक्ता इविवि के हिन्दी विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. राम किशोर शर्मा ने महादेवी के साहित्य में राष्ट्रीय चेतना विषय पर अपनी बातें रखी। प्रो. शर्मा ने कहा कि करुणा महादेवी के साहित्य का मूल भाव है। नारी जीवन की अनेक समस्याओं की ओर समाज का ध्यान आकर्षित करके वह शताब्दियों से श्रृंखला की कड़ियों में कैद नारी मुक्ति का आह्वान करती हैं। प्रो. शर्मा ने कहा कि वे छायावाद के चार प्रमुख कवियों के रूप में प्रतिष्ठित हैं, इनके साहित्य में राष्ट्रीयता का बोध सांस्कृतिक व दार्शनिक रूप में उजागर हुआ है। डॉ. सरोज सिंह ने कहा कि उनके साहित्य में राष्ट्रीय...