रांची, अक्टूबर 9 -- रांची, वरीय संवाददाता। शुक्रवार को करवा चौथ का व्रत मनाया जाएगा। सौभाग्यवती महिलाएं अमर सुहाग के लिए व्रत रखेंगी। नियम-निष्ठा के साथ पूरे दिन निर्जला उपवास रखेंगी। रात को चंद्रदेव का दर्शन-पूजन के बाद पारण करेंगी। पूजा के समय चंद्रदेव को दूध का अर्घ्य देने के बाद ही व्रत खोला जाता है। सौभाग्य और प्रेम का प्रतीक यह व्रत करवा चौथ का व्रत महिलाओं के लिए विशेष महत्व रखता है। इस दिन वे अपने पति की दीर्घायु, उत्तम स्वास्थ्य और सुखद वैवाहिक जीवन की कामना करती हैं। पौराणिक मान्यता के अनुसार, यह व्रत माता पार्वती ने कठोर तपस्या करके भगवान शिव को अपने पति के रूप में पाने के बाद किया था, तभी से यह पर्व सौभाग्य और प्रेम का प्रतीक बन गया है। सरगी का प्रचलन कई जगहों पर परंपरानुसार, सास की ओर से बहू को सरगी देने का प्रचलन है। सरगी फल...