बागपत, अक्टूबर 10 -- आधुनिकता के दौर में लोगों की सोच भी बदलती जा रही हैं। इसका असर अब लोगों के तीज-त्यौहारों पर भी साफ दिखाई देता है। करवाचौथ जैसे पर्व पर भी आधुनिकता और पैसे का असर साफ दिखाई दे रहा है। पहले जहां मिट्टी के करवों के जरिए पूजन हुआ करता था, अब इसका रूप चांदी और स्टील के करवों ने ले लिया है। एक समय था जब करवाचौथ पर्व पर मिट्टी से बने करवे का प्रयोग होता था, लेकिन अब इसकी जगह चाँदी के करवे ने ले ली है। यानी मिट्टी से चांदी तक करवे का कारवां पहुंच चुका है। इस बार करवाचौथ के पर्व पर सबसे ज्यादा डिमांड महिलाओं द्वारा चांदी से बने करवे की की जा रही है। इसके साथ ही बिछिया, पायल, लॉकेट के अलावा करवाचौथ की स्पेशल थाली की डिमांड बढ़ी है। करवाचौथ को लेकर बाजारों में काफी चहल-पहल बढ़ी हुई है। खास बात यह है कि इस पर्व को लेकर उत्साह के सा...