रांची, सितम्बर 1 -- खूंटी, संवाददाता। आदिवासी समाज के प्रमुख पर्व करम की तैयारी को लेकर खूंटी जिला पूरी तरह से रंगा जा चुका है। तीन सितंबर को हर्षोल्लास के साथ मनाए जाने वाले करम महोत्सव के लिए गांव से लेकर कस्बों तक अखाड़ों में भक्ति और श्रद्धा का माहौल है। सरना धर्म सोतो: समिति केंद्र डौगड़ा, लुम्बई, दुलवा, उलिहातु, सोंगरा, बालो:, जोजो टोली खूंटी, स्थानीय करम अखड़ा और बुदुडीह समेत विभिन्न गांवों में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। करम पर्व की सबसे खास परंपरा जावा रोपण है। इसके लिए नदी से बालू छानकर लाया जाता है और उसमें नौ प्रकार के बीज-धान, मड़ुआ, उरद, सरगुजा, ज्वार, गोंदली, मक्का, गेहूं और रहड़ बोए जाते हैं। इन्हें पांच, सात या नौ दिनों तक हल्दी पानी से सींचकर उगाया जाता है। श्रद्धालु हर शाम अखाड़ों और सरना स्थलों पर पूजा-पाठ, गीत-संगीत ...