धनबाद, अगस्त 29 -- धनबाद, वरीय संवाददाता झारखंडी सभ्यता में 12 मास में 13 पर्व मनाए जाते हैं। इन्हीं में से एक है करम पूजा (करमा एकादशी)। करम पूजा न सिर्फ पूजा है बल्कि झारखंड की सांस्कृतिक धरोहर भी है। भादप्रद शुक्ल पक्ष की एकादशी को करमा मनाने की परंपरा है। नौ दिन के जावा के साथ करम महोत्सव की शुरुआत हो चुकी है। इस बार करम खतियान आधारित स्थानीय नीति के रंग में रंगा होगा। करम का व्रत करनेवाली धनबाद की बहनें करम के बहाने खतियान आधारित स्थानीय नीति की मांग करेंगी। करमा पूजा की पूर्व संध्या पर राजगंज की नगरीकला उत्तर पंचायत के पहाड़पुर में हजारों बहनें जुटेंगी। पारंपरिक नृत्य-गीत के साथ-साथ झारखंडी संस्कृति का प्रदर्शन करेंगी। संजोत के दिन जुटेंगी पांच हजार बहनें करम पर्व के संजोत की संध्या पर राजगंज की नगरीकला उत्तर पंचायत के पहाड़पुर में ...