लातेहार, अगस्त 3 -- महुआडांड़, प्रतिनिधि। घने जंगलों के बीच स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय करमखाड़ की स्थिति अत्यंत दयनीय हो चुकी है। यह विद्यालय कक्षा एक से पांच तक संचालित है। जिसमें वर्तमान में 22 छात्र नामांकित हैं। इनमें अधिकांश छात्र आदिम जनजातीय बृजिया समुदाय से आते हैं। विद्यालय का भवन जर्जर हो चुका है। दीवारों में गहरी दरारें पड़ चुकी हैं, प्लास्टर गिर रहा है और छत से बारिश के दिनों में पानी टपकता है। एकमात्र कक्ष भी अब टूटने की कगार पर है। जिससे बच्चों की पढ़ाई बेहद प्रभावित हो रही है। विद्यालय में केवल एक प्रतिनियोजित शिक्षक विनोद खलखो कार्यरत हैं। उनका कहना है कि पूर्व में पदास्थापित शिक्षक सेवानिवृत्त हो चुके हैं और नए शिक्षक की नियुक्ति अब तक नहीं हुई है। विद्यालय में शौचालय ध्वस्त हो चुका है और रसोईघर पूरी तरह जर्जर अवस्था ...
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